स्वस्थ और शिक्षित मध्यप्रदेश राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता
मंत्रीद्वय सिलावट तथा पटवारी ने कायाकल्प अवार्ड वितरित किये
इंदौर/ प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि स्वस्थ और शिक्षित मध्यप्रदेश राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतरी और विस्तार के लिये सार्थक प्रयास तेजी से शुरू कर दिये गये हैं। स्वास्थ्य संस्थाओं की सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिये प्रयास जारी हैं। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के साथ-साथ स्वच्छता का भी ध्यान दिया जा रहा है। आज शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं का सम्मान तथा पुरस्कृत किया जाना इसी बात का परिचायक है। सिलावट आज यहाँ राज्य स्तरीय कायाकल्प अवार्ड समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता उच्च शिक्षा तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने की। इस अवसर पर विधायक द्वय राजवर्धन सिंह दत्तीगांव तथा कुणाल चौधरी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पल्लवी जैन, स्वास्थ्य आयुक्त नितेश व्यास, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डायरेक्टर छवि भारद्वाज विशेष रूप से मौजूद थी। समारोह में मंत्रीद्वय सिलावट तथा पटवारी ने बेहतर साफ-सफाई और स्वास्थ्य सेवाओं के आधार पर चयनित जिला एवं सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को कायाकल्प अवार्ड वितरित किये।
अवार्ड वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए सिलावट ने कहा कि प्रदेश की 93 शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं को बेहतर साफ-सफाई और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के आधार पर मूल्यांकन के पश्चात कायाकल्प अवार्ड दिये गये। उन्होंने कहा कि अन्य संस्थाओं को भी इनसे प्रेरणा लेकर इस तरह के कार्य करना चाहिये, जिससे कि वे प्रदेश में अव्वल बनें। उन्होंने कहा कि सभी को मिलकर यह प्रयास करना चाहिये कि शासकीय चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य संस्थाएं तथा उनका परिसर हमेशा स्वच्छ रहें। बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नागरिकों को उपलब्ध करायी जाये। श्री सिलावट ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य के बजट में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 33 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि शासकीय चिकित्सकों के पास योग्यता की कोई कमी नहीं है। कम संसाधनों के बावजूद भी वे बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं।
समारोह को सम्बोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा एक दूसरे के पूरक हैं। स्वास्थ्य के बगैर शिक्षा अधूरी है, शिक्षा के बगैर स्वास्थ्य अधूरा है। शिक्षा बेहतर होगी तो स्वास्थ्य बेहतर होगा। स्वास्थ्य बेहतर होगा तो शिक्षा भी बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य आमजन से जुड़ा हुआ महत्वपूर्ण क्षेत्र है। आमजन की अपेक्षाएं स्वास्थ्य विभाग से अधिक है। सीमित संसाधनों के बाद भी जिस तरह से चिकित्सक समर्पण और कर्मठता के साथ कार्य कर रहे हैं, वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पुरस्कार के साथ दण्ड की व्यवस्था भी होना चाहिये। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि चिकित्सक अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें। स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिये आयुष चिकित्सकों का सहयोग लेने की बात भी उन्होंने कही। विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के आधार पर प्रदेश का विकास निर्भर करता है। स्वास्थ्य और शिक्षा का विस्तार होगा तो विकास निश्चित ही आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश को पूर्ण स्वस्थ और पूर्ण शिक्षित बनाया जाये। उन्होंने कायाकल्प पुरस्कार दिये जाने के कार्य की सराहना की।
उन्होंने कहा कि इससे दूसरे संस्थाओं को भी बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पल्लवी जैन ने कायाकल्प अवार्ड के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
93 शासकीय अस्पतालों को 3 करोड़ के कायाकल्प अवार्ड
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट तथा उच्च शिक्षा मंत्री पटवारी ने आज इंदौर में वर्ष 2018-19 के कायाकल्प अवार्ड प्रदान किये। कार्यक्रम में कुल 93 शासकीय अस्पतालों को 3 करोड़ रूपये के कायाकल्प अवार्ड दिये गये। बेहतर साफ-सफाई और स्वास्थ्य सेवाओं के आधार पर जिला एवं सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को कायाकल्प पुरस्कार के लिए चयनित किया गया।
जिला अस्पताल श्रेणी में जबलपुर को प्रथम पुरस्कार 22 लाख, जिला अस्पताल होशंगाबाद को द्वितीय पुरस्कार 10 लाख और जिला अस्पताल पन्ना एवं रतलाम को तृतीय पुरस्कार 5-5 लाख रूपये का प्रदान किया गया। सिविल और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में सीहोर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र इच्छावर को पहला पुरस्कार 15 लाख, झाबुआ जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामा को द्वितीय पुरस्कार 10 लाख और अलीराजपुर जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कट्ठीवाडा को तृतीय पुरस्कार 5 लाख दिये गये। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बुढार जिला शहडोल, खिरकिया जिला हरदा और खुटार जिला सिंगरौली को तेजी से सुधार कार्य करने के लिए 2-2 लाख का पुरस्कार एवं 23 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को एक-एक लाख के सांत्वना पुरस्कार दिये गये। इसके साथ ही, 34 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को भी पुरस्कार प्रदान किये गये।
मंत्री सिलावट ने कहा कि ये पुरस्कार अस्पतालों के बीच प्रतिस्पर्धा के आधार पर नहीं बल्कि साफ सफाई, परिसर के अंदर एवं बाहर स्वच्छता, बिल्डिंग के रख-रखाव, स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता आदि 7 मानकों में किये गये सुधार कार्य के आधार पर दिए गये हैं। पुरस्कार राशि में से 75 प्रतिशत राशि अस्पताल के सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक द्वारा अस्पताल की साफ सफाई, स्वच्छता,स्वास्थ्य सेवाओं मे सुधार पर और 25 प्रतिशत राशि सुधार कार्य करने वाले चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ स्वच्छता कार्य करने वालों को दी गई।







