प्राकृतिक तत्वों का अत्याधुनिक दोहन ही समस्या का कारण

स्टेट न्यूज़ ,सिटी लाइव,   
img

प्राकृतिक तत्वों का अत्याधुनिक दोहन ही समस्या का कारण - खाद्य मंत्री  तोमर

पर्यावरण पर शोध एवं सतत् विकास पर राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन

ग्वालियर / प्रदेश के खाद्य नागरिक, आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री  प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि प्राकृतिक तत्वों का अत्याधुनिक दोहन आज के वातावरण की समस्या का मुख्य कारण है। पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपने बेटा-बेटी के सामान ध्यान एवं महत्व देने की आवश्यकता है। शनिवार को कॉलेज आफ लाईफ साइंसेस द्वारा कैन्सर चिकित्सालय स्थित शीतला सहाय सभागार में एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन ‘‘करन्ट रिसर्च इन इंनवारयमेंट एण्ड संसटेनेबल डवलपमेंट’’ विषय पर किया गया । कार्यक्रम का शुभांरभ मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. राजेश बालकृष्णन वजिर्निया यूनीवर्सिटी द्वारा सरस्वती वंदना के साथ किया । डॉ. अर्चना श्रीवास्तव के द्वारा सभी अतिथियों का परिचय एवं सेमिनार के बारे में सक्षेप जानकारी दी। अध्यक्षीय भाषण संरक्षक डॉ. बी. आर. श्रीवास्तव के द्वारा दिया गया।प्रदेश के खाद्य मंत्री  तोमर ने कहा कि पेड़ों की कटाई के अनुपात में पेड़ नही लगाए जा रहे हैं। जिस प्रकार हम अपने बेटा-बेटी के लिए अच्छा वातावरण चाहते हैं उसी प्रकार प्रकृति से भी हमें प्यार करना पडेगा। हम ज्यादा से ज्यादा पेड योजनाबद्ध तरीके से लगायें। पहले कैंसर के मरीज बहुत कम मिलते थे पंरतु आज केंसर के मरीज अधिक संख्या में बढ़ रहे हैं। विशिष्ट अतिथि  डॉ. राजेश बालकृष्णन वजिर्निया यूनीवर्सिटी ने बताया कि आज के समय में पर्यावरण प्रदूषण की समस्या का समाधान करने के लिये ऐसी तकनीक की आवश्यकता है जो कि सतत् व सस्ती हो व इस समस्या को कम करने में मदद कर सके।कार्यक्रम में 60 पोस्टर प्रेजेन्टेशन, 8 ओरल प्रेजेन्टेशन तथा 8 छात्रों ने तात्कालीन भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया। क्विज कॉम्पटीशन में 6 टीमों में 12 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ के रुप में डॉ. ओ.पी. अग्रवाल जीवाजी यूनिवर्सिटी, डॉ. अशोक कुमार जैन जीवाजी यूनिवर्सिटी, डॉ. आर.एस. तोमर अमेटी यूनिवर्सिटी, डॉ. व्ही. कोम्बोज डी.आर.डी.ई. ग्वालियर तथा प्रो. एस.पी. बाजपेयी, अमेटी यूनिवर्सिटी ने विषय के बारे में विस्तृत रुप से चर्चा की। कार्यक्रम में नगर के गणमान्य शैक्षणिक शिक्षक, प्रो. एम.के. गुप्ता, डॉ. नलिनी श्रीवास्तव, डॉ. साधना पाण्डेय, डॉ. अनीश एवं शोध छात्र तथा अत्यधिक संख्या में छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। 



सोशल मीडिया