भगवान और नारायण में होगा मुकाबला !

स्टेट न्यूज़ ,सिटी लाइव,   
img

दक्षिण में गुरू- चेला होंगे आमने- सामने

भाजपा कांग्रेस में दावेदारी के लिए खींचतान


ग्वालियर। विधानसभा चुनाव के लिए सरगर्मियां तेज हो गई हैं। हालांकि अभी अधिसूचना जारी होने में समय है लेकिन इससे पहले दो प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और भाजपा में दावेदारी के लिए होड़ लग गई है। इनमें ग्वालियर दक्षिण से जो नाम सामने आ रहे हैं, उनमें कांग्रेस के धुरंधर, बुजुर्ग और अनुभवी नेता तथा पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव का नाम भी शामिल है तो वहीं भाजपा की ओर से एक बार फिर वर्तमान विधायक और मंत्री नारायण सिंह कुशवाह की दावेदारी प्रबल मानी जा रही है। हालांकि दोनों दलों में ही दावेदारों की लम्बी सूची है लेकिन सूत्रों की मानें तो पिछले लम्बे समय से दक्षिण की सीट गंवा चुकी कांग्रेस इस बार कोई भी चांस लेने के लिए तैयार नहीं है। बताया जाता है कि इसके चलते वह अपने अनुभवी नेता भगवान सिंह यादव पर दांव लगा सकती है। पार्टी सूत्रों की मानें तो श्री यादव अपने अनुभव और पिछले 15 वर्षों के शासन में भाजपा सरकार की खामियों का लाभ उठाकर कांग्रेस को जीत का स्वाद चखा सकते हैं। बताया जाता है कि आईबी की रिपोर्ट में भी एक मात्र नाम श्री यादव का ही लिया गया है जिसके अनुसार वही इस बार कांग्रेस की नैया को पार लगा सकते हैं।
भाजपा को फिर नारायण पर विश्वास:-
 दक्षिण से एक ओर जहां कई दावेदारों के बावजूद कांग्रेस पूर्व मंत्री भगवान सिंह यादव को मैदान में उतार सकती है तो वहीं भाजपा भी कोई चांस लेने के लिए तैयार नहीं है। सूत्रों की मानें तो इसके चलते पार्टी पिछले तीन बार से इस क्षेत्र में पार्टी की विजय पताका फहराने वाले वर्तमान विधायक और राज्य सरकार में मंत्री नारायण सिंह कुशवाह पर विश्वास जता सकती है। हालांकि पार्टी की ओर से कई दावेदार अपनी-अपनी तैयारी में लगे हुए हैं और इसके लिए पार्टी में अपने वरिष्ठ नेताओं और आकाओं की शरण लेकर टिकट हथियाने का प्रयास कर रहे हैं।
यदि मुकाबला भगवान और नारायण के बीच हुआ तो वास्तव में दिलचस्प होगा। क्योंकि इन नेताओं के बीच गुरू-चेला के सम्बन्ध रहे हैं। बताया जाता है कि राजनीति के गुर भी नारायण ने भगवान से ही सीखे हैं। अब किसे टिकट मिलता है और कौन बाजी मारता है यह तो समय ही बताएगा।
कांग्रेस-भाजपा में दावेदारों की लम्बी सूची
जहां तक दक्षिण में दोनों दलों के प्रत्याशियों की बात है तो यहां से भी अन्य क्षेत्रों की तरह लम्बी सूची है। इनमें युवा से लेकर वरिष्ठ  नेता तक शामिल हैं और सभी अपने-अपने स्तर पर टिकट हथियाने का प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस में भगवान सिंह यादव सबसे आगे माने जा रहे हैं और इसके लिए इन दिनों लगातार ग्वालियर और भोपाल के चक्कर लगा रहे हैं। पिछली बार भी उनकी दावेदारी बताई जा रही थी लेकिन बाजी सिंधिया करीबी माने जाने वाले रमेश अग्रवाल ने मार ली थी लेकिन वह चुनाव हार गए। इसके साथ ही इससे पहले भी इस क्षेत्र से हार का मुंह देख चुकीं युवा नेत्री रश्मि पवार एक बार फिर टिकट के लिए प्रयास कर रही हैं तो किशन मुदगल भी प्रयासरत है और इस बीच महिला सम्मेलन सहित कई कार्यक्रम करने के साथ ही टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। उधर पूर्व पार्षद आंनद शर्मा, काशीराम देहलवार, अलबेल घुरैया, मोहन सिंह राठौर भी दावेदारी जता रहे हैं हालांकि पिछली बैठक में राठौर का इसके लिए विरोध भी हो चुका है और इसके पीछे उनके विरोधियों ने उन्हें ग्रामीण क्षेत्र में राजनीति करने और दूसरी पार्टी से आयतित होने के कारण इसके लिए अयोग्य बताया है। वहीं पूर्र्व नेता प्रतिपक्ष नगर निगम सुधीर गुप्ता भी लगातार प्रयासरत हैं। इसके साथ ही युवा नेताओं में प्रवीण पाठक और प्रयाग सिंह गुर्जर के नाम भी सामने आ रहे हैं। 
उधर भाजपा की ओर से नारायण सिंह कुशवाह के साथ ही पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता भी टिकट के लिए प्रयासरत हैं। हालांकि पिछली बार भी उन्होंनें इसके लिए काफी मेहनत की थी लेकिन पार्टी ने अंत में टिकट नारायण सिंह कुशवाह को ही दिया था। उधर वर्तमान में जीडीए अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज अभय चौधरी भी केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के सहारे टिकट पाने की चाह में हैं तो पार्षद सतीष बोहरे भी इस लाइन में लगे हुए हैं और लगातार इस विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ ही जनसम्पर्क आदि में लगे हुए हैं।



सोशल मीडिया