हमारी सेना देश की एकता और अखंडता की प्रतीक है: कमलनाथ
शहीदों की याद में दो मिनिट का मौन
भोपाल । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि हमारे देश की सेना में विभिन्न भाषा-भाषी और विभिन्न समाज के लोग एकजुट होकर देश की रक्षा में लगे हुए हैं। हमारी सेना एकजुटता और अखण्डता की प्रतीक है। यही एकजुटता हमारे देश की संस्कृति और सभ्यता है। लेकिन सभी धर्मों और जातियों को जोड़ने की हमारी संस्कृति पर एक खास विचारधारा का हमला हो रहा है। हम सब मिलकर उसे फलीभूत नहीं होंने देंगे।
कमलनाथ आज यहां कांगे्रस मुख्यालय के सभागार में प्रदेश भर से आये भूतपूर्व सैनिकों के प्रतिनिधियों और उनके परिवारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आप सभी ने अपना जीवन अखण्ड देश की रक्षा में लगाया है। अब हमें इस देश को जोड़ने की संस्कृति की रक्षा करनी है। समाज में भूतपूर्व सैनिकों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है, उनकी बात बड़े ध्यान से सुनी जाती है। सैनिकों की छवि एक निष्ठावान व्यक्ति की होती है। आप सभी ने कांगे्रस के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की है। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि जनता को प्रदेश की वर्तमान तस्वीर दिखायें और सच्चाई से अवगत करायें। इसकी रणनीति आपको बनाना है कि यह काम किस तरह कर सकते हैं। कैसे भाजपा की कलाकारी, गुमराह करने और बहकाने की राजनीति से प्रदेश को बचा सकते हैं?
कमलनाथ ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव प्रजातंत्र का उत्सव है। उन्होंने विजय अभियान के लिय पार्टी का झंडा पूर्व सैनिक विभाग को सौंपा। कमलनाथ ने सन् 1962, 65, 71 में और कारगिल युद्ध व श्रीलंका आपरेशन आदि में भाग लेने वाले आठ सैनिकों को सम्मानित किया। इनमें सुरेश राजपूत, टी.एस. सोढ़ी, रमेश पाण्डेय, विश्वबंधु कुमार, नारायण प्रसाद मालवीय, मृगेन्द्रसिंह तिवारी, यशवंत सिंह बैंकर और महेश राजपूत शामिल थे।
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बाला बच्चन ने आगामी विधानसभा चुनाव में पूर्व सैनिकों से कांगे्रस की अपेक्षाओं के बारे में अपनी बात कही।
कांगे्रस के पूर्व सैनिक विभाग के अध्यक्ष कैप्टन वी.पी. सिंह ने कहा कि प्रदेश में एक लाख 56 हजार भूतपूर्व सैनिक हैं। बीस हजार सैनिक गार्ड हैं या मजदूरी कर रहे हैं। दस हजार सैनिक एनजीओ सेक्टर में काम करते हैं। मात्र चार-पांच प्रतिशत पूर्व सैनिकों को संगठित क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध है। पचास प्रतिशत सैनिक फैक्ट्रियों में ठेकेदारी प्रथा के तहत कार्यरत हैं, जिन्हें बहुत कम वेतन मिलता है। कुल मिलाकर देश के लिये बलिदान देने वाली सेनाओं को रिटायरमेंट के बाद कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कमलनाथ से आग्रह किया कि वे कांगे्रस की सरकार बनने पर उनकी समस्याओं को दूर करेंगे।
कैप्टन प्रवीण डागर की भूमिका वन रैंक वन पेंशन में रही है। उन्होंने कमलनाथ से सरकार बनने के बाद सबसे पहले एक्स सर्विसमेन कारपोरेशन बनाने का सुझाव दिया। कैप्टन के.जे. कुरियन ने भोपाल संभाग की गतिविधियों की जानकारी दी। कैप्टन एन.के. पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कांगे्रस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर भी इस अवसर पर उपस्थित थे। बैठक के प्रारंभ में शहीदों की याद में दो मिनिट का मौन रखा गया।







