ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र
भाजपा में भारत को मामा की चुनौती
ग्वालियर। आगामी विधानसभा चुनाव में ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रूप में जहां एक बार फिर से विधायक भारत कुशवाह दावेदारी कर रहे हैं वहीं पिछले कुछ समय से शांत बैठे पूर्व विधायक और मंत्री ध्यानेन्द्र मामा इस बार यहां से एक बार फिर टिकट के लिए प्रयास कर रहे हैं और यह भारत के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है। यूं तो पिछली बार भारत कुशवाह ने इस क्षेत्र से जीत हासिल कर सभी को चौंका दिया था। इसके चलते एक बार फिर वह दावेदारों में सबसे ऊपर दिखाई दे रहे हैं। लेकिन कुछ योजनाओं पर काम नहीं कर पाने के कारण उनका दावा कुछ कमजोर पड़ सकता है। वहीं ध्यानेन्द्र मामा पिछले कुछ समय से लगातार इस क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रम और आंदोलनों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए अपनी दावेदारी को मजबूत बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उधर पिछली बार टिकट नहीं मिलने के बाद इस बार वरिष्ठ नेता महेन्द्र यादव की भी दावेदारी दमदार मानी जा रही है।
मामी या मामा में से एक को मिलेगा टिकट
पूर्व में विधायक के साथ ही राज्य सरकार में मंत्री रहे ध्यानेन्द्र सिंह मामा को लम्बे समय से पार्टी ने टिकट नहीं दिया है हालांकि वह इससे पहले भी इसके लिए प्रयास कर चुके हैं। लेकिन उनकी धर्मपत्नी और राज्य सरकार में मंत्री श्रीमती माया सिंह इस बीच राज्य सभा सांसद के साथ ही दो बार विधायक का चुनाव भी लड़ चुकी हैं। इस कारण भी मामा को टिकट नहीं मिला। लेकिन इस बार चर्चा यह है कि माया सिंह का टिकट कट सकता है, यदि ऐसा होता है तो मामा को टिकट मिलने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी जो कि भारत कुशवाह के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है। वहीं मामा के पुत्र भी इस लाइन में हैं।
महेन्द्र यादव की दमदार दावेदारी
ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की ओर से टिकट के लिए वरिष्ठ नेता महेन्द्र यादव की दमदार दावेदारी है। चर्चा है कि भारत और मामा से आगे उनका नाम भी चल रहा है। पिछली बार भी वह इस क्षेत्र से दावेदार थे लेकिन उनका टिकट कट गया था। इस बार उनकी दावेदारी दमदार बताई जा रही है। उधर निगम पूर्व निगम सभापति और वर्तमान में पार्षद गंगाराम बघेल भी यहां से उम्मीदवारी जता रहे हैं।
कांग्रेस से बाबूजी फिर कतार में
जहां तक ग्रामीण क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवारी का सवाल है तो यहां से पिछली बार चुनाव में भाजपा के भारत सिंह से पराजित हो चुके पूर्व सांसद रामसेवक बाबूजी एक बार फिर कतार में हैं। एक समय बाबूजी ने भाजपा के धुरंधर नेता और वर्तमान में राज्य सरकार में मंत्री जयभान सिंह पवैया को लोकसभा चुनाव में पराजित किया था। लेकिन पिछली बार कांग्रेस ने उन्हें ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन भाजपा के भारत सिंह ने उन्हें पराजित कर दिया था। इस बार एक बार फिर वह दावेदारी जता रहे हैं। इसके साथ ही पूर्व विधायक रामवरन गुर्जर भी यहां से टिकट की लाइन में हैं। गुर्जर ने पिछली बार भी दावेदारी की थी लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला था। इस बार वह टिकट हथियाने का पूरा प्रयास करेंगे। इसके साथ ही ग्रामीण जिला अध्यक्ष रहे मदन कुशवाह भी यहां से दावेदारी कर रहे हैं। श्री कुशवाह बसपा छोड़कर कांग्रेस में आए हैं और लगातार अपना दबदबा पार्टी में बनाने का प्रयास कर रहे हैं हालांकि कुछ लोग उन्हें पार्टी से बाहर का बताकर उनका विरोध भी करते रहे हैं।
भाजपा में भारत को मामा की चुनौती
स्टेट न्यूज़,आर्टिकल ,सिटी लाइव, Sep 14 2018












