टिकट के लिए अन्ना पहुंचे मुन्ना की शरण में
सांसदी नहीं आ रही रास, विधानसभा के लिए दावेदारी
ग्वालियर। विपरीत दिशाओं में चलने वाले भाजपा के दो वरिष्ठ नेता केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर(मुन्ना)और सांसद अनूप मिश्रा (अन्ना) की गत दिवस एक बंद कमरे में हुई चर्चा ने सभी को आश्चर्य में डाल दिया है। सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात का मुख्य कारण अनूप की विधानसभा चुनाव लडऩे की चाहत है जिसके चलते उन्हें नरेन्द्र सिंह की शरण लेना पड़ी है।
वर्तमान में शहर, जिला और अंचल से लेकर प्रदेश और देश की राजनीति में भी पार्टी की ओर से दखल रखने वाले नरेन्द्र सिह तोमर और अचंल तथा प्रदेश में कद्दावर नेता के रूप में अपनी विशेष पहचान रखने वाले अनूप मिश्रा के बीच शायद ही कभी बनी हो। यही कारण है कि नरेन्द्र सिंह के पार्टी में पावर में आते ही अनूप की राजनीति लगभग हासिये पर पहुंच गई। इसके चलते पिछले लोकसभा चुनाव में अपनी मर्जी के विपरीत उन्हें मुरैना से चुनाव लडऩा पड़ा। हालांकि लहर और उनके भाग्य ने यहां पर अनूप की लाज रख ली और वह सीट निकालने में कामयाब हो गए। लेकिन उनकी राजनीति लगभग खत्म सी हो गई। जिसके चलते वह अब वापस अपन जिले और अंचल में वापस लौटना चाहते हैं। यही कारण है कि वह इस बार विधानसभा चुनाव के लिए दावेदारी कर रहे हैं।
ग्वालियर पूर्व या भितरवार से कर रहे हैं दावेदारी
अनूप का बीते रोज बुधवार को रेसकोर्स रोड स्थित नरेन्द्र सिंह तोमर के निवास पर अचानक पहुंचना यही दर्शाता है कि वह किसी भी सूरत में विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरना चाहते हैं। इसके लिए चाहे उन्हें अपने धुर विरोधी नरेन्द्र सिंह की शरण ही क्यों ना लेना पड़े वह तैयार हैं। सूत्र बताते हैं कि बुधवार को बंद कमरे में तोमर के साथ अनूप की इसी विषय पर चर्चा हुई है। इसके बाद यह चर्चा जोर पकडऩे लगी है कि शायद अनूप की बात बन जाए और उन्हें टिकट मिल जाए। सूत्रों की मानें तो अनूप ने इस दौरान भितरवार और ग्वालियर पूर्व से चुनाव लडऩे की इच्छा जताई है। अब तोमर पर उनकी खुशामद का कितना असर होता है यह तो समय ही बताएगा।







