भाजपा-कांग्रेस के बागी बिगाड़ेंगे समीकरण
दक्षिण में त्रिकोणीय तो ग्रामीण में चतुष्कोणीय मुकाबला होगा
ग्वालियर। विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस-भाजपा दोनों को ही उनके बागी झटका दे सकते हैं। इसे लेकर यदि ग्वालियर जिले की छह विधानसभा सीटों की ही बात की जाए तो इन बागियों ने दो सीटों दक्षिण और ग्रामीण में समीकरण बदल दिए हैं। प्रत्याशियों की घोषणा के बाद जहां इन दोनों ही क्षेत्रों में भाजपा-कांग्रेस में सीधा मुकाबला माना जा रहा था। वहीं अब त्रिकोणीय और चतुष्कोणीय संघर्ष की संभावना बन गई है।
भाजपा-कांग्रेस दोनों ही दल यह अच्छी तरह समझ रहे हैं कि इस बार विधानसभा चुनाव में जो पार्टी मात खाएगी फिर उसे लम्बे समय तक सत्ता से वनवास झेलना पड़ सकता है। इसके चलते वह कोई भी चूक करने को तैयार नहीं हैं। यही कारण है कि पार्टियों ने प्रत्याशियों की घोषणा करने में काफी देर की। इसके बावजूद जिन दावेदारों को पार्टी ने टिकट नहीं दिया अथवा जिनका पत्ता काट दिया वह बागी होकर अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में आकर डट गए हैं।
पूर्व महापौर समीक्षा ने दिया भाजपा को झटका
ग्वालियर दक्षिण सीट की बात करें तो यहां से पार्टी ने अपने सिटिंग एमएलए नारायण सिंह कुशवाह पर एक बार फिर भरोसा जताया है तो कांग्रेस ने अब एक दम नया चेहरा प्रवीण पाठक पर दांव लगाया है। लेकिन यहां भाजपा का गणित पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता ने बिगाड़ दिया है। समीक्षा यहां से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं। उनके बागी होकर इस तरह चुनाव लडऩे से निश्चित रूप से भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। इससे पहले भाजपा-कांग्रेस में होने वाली सीधी टक्कर अब त्रिकोणीय मुकाबले में बदल गई है। इस स्थिति मेें अब यहां ऊंट किस करवट बैठेगा यह अनुमान लगाना मुश्किल हो रहा है।
साहब सिंह बने कांग्रेस के लिए रोड़ा
ग्वालियर ग्रामीण की बात करें तो यहां भी बागी समीकरण बिगाड़ सकते हैं। यहां पर कांग्रेस ने अपने ग्रामीण जिला अध्यक्ष मदन कुशवाह को टिकट दिया है तो भाजपा ने अपने वर्तमान विधायक भारत सिंह को एक बार फिर से मैदान में उतारा है। प्रारंभ में यहां सीधा मुकाबला दिखाई दे रहा था लेकिन कांग्रेस से दावेदारी जता रहे साहब सिंह गुर्जर ने पार्टी छोड़कर हाथी की सवारी कर ली और अब वह बसपा प्रत्याशी के रूप में इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके बागी होने से कांग्रेस की मुश्किलें अवश्य ही बढ़ गई हैं। तो फूल सिंह बरैया भी यहां से मैदान में हैं जिससे मुकाबला चतुष्कोणीय हो गया है।
भाजपा-कांग्रेस के बागी बिगाड़ेंगे समीकरण
स्टेट न्यूज़ ,सिटी लाइव, Nov 14 2018







