दुबला पतला जरूर हूं, कमजोर नहीं, टाईगर अभी जिंदा है -शिवराज सिंह
मुरैना (ईएमएस)। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि प्रदेश में फिर से डकैत राज की वापसी हो गई है। चहूं ओर अराजकता का माहौल बना हुआ है और मुख्यमंत्री तबादला उद्योग संचालित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पहले कलम से लोगों के काम किया करते थे, लेकिन अब संघर्ष करेंगे और चुनाव से पूर्व जो वचन पत्र इस सरकार ने दिया है उसे पूरा कराकर दम लेंगे। उन्हेंने कहा कि मैं दुबला पतला जरूर हूं, कमजोर नहीं, टाईगर अभी जिंदा है। जिस पर लोगों ने जमकर तालियां बजाईं।
बुधवार को टाउन हॉल में आयोजित पालक, संयोजक एवं बूथ समिति कार्यकर्ता सम्मलेन को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विधानसभा चुनाव हम हारे नहीं हैं और हमारा वोट प्रतिशत बढा है, केवल सीटों के हिसाब से हम हारे। उन्होंने प्रदेश की कांगेस सरकार लंगडी सरकार बताया और कहा कि चाहता तो मैं भी खरीद फरोक्त कर सरकार बना लेता, परंतु ऐसी सरकार मुझे नहीं बनानी, जनता के पूर्ण आशीर्वाद से बनाऊंगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दो माह के शासन काल में प्रदेश बेहाल हैं। लूटमार, आतंक और डकैतों का साम्राज्य स्थापित हो गया है। उन्होंने कहा कि जब मुख्यंमत्री बना तक सूची बद्ध डकैत गिरोह हुआ करते थे लेकिन मैंने पुलिस अधिकारियों को ग्वालियर में ही बैठक लेकर इनका सफाया करा दिया। उन्होंने चित्रकूट की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार सोती रही और डकैत बच्चों का अपहरण कर ले गए। बाद में पुलिस को दोनों जुडवां बच्चों की लाश नदी में मिलीं। प्रदेश भर में लूटमार, हत्या, फायरिंग आदि घटनाएं तेजी से बढी हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कमलनाथ सरकार को जमकर निशाने पर लिया और कहा कि इस सरकार में पुलिस बेदम हो गई है। पत्थर, रेत खदान लूट कर ले जाओ, कोई कुछ करने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति यह है कि पैसा ला और ऑर्डर ले जाओ।
श्री चौहान ने 24 फरवरी की रात मुरैना स्थित छौंदा टोल टैक्स पर कांग्रेस विधायक के पुत्र द्वारा की गई फायरिंग की घटना को उल्लेख अपने भाषण में करते हुए कहा कि ईमानदार पुलिस अफसर ने विधायक के पुत्र केश बना दिया तो उसे हटाकर पीएचक्यू भेज दिया, यह ईमानदारी का ईनाम है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने मंच से कहा कि अब तो यही नहीं पता चलता कि मुख्यमंत्री कौन है और प्रदेश को कौन चला रहा है, ग्वालियर जाओ तो पता चलता है कि प्रदेश को दिग्विजय, नाथ, सिंधिया चला रहे हैं। उन्होंने इस दौरान किसानें की कर्जमाफी के मामले पर भी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि किसानें को भ्रमित किया जा रहा है। सोसायटियां पहले से ही बेहाल हैं और सरकार कह रही है कि 50 प्रतिशत कर्ज सोसायटियां माफ करें।







