बीमा चिकित्सालय मॉडल सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल होगा – प्रद्युम्न सिंह तोमर
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री ने डॉ. बंगेरिया के साथ ईएसआई हॉस्पीटल देखा
ग्वालियर / कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय तानसेन रोड को अब मॉडल सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल की तरह विकसित किया जायेगा। इसके लिये राज्य सरकार से भी हर संभव सहायता मुहैया कराई जायेगी। मुख्यमंत्री व श्रम मंत्री से चर्चा कर इसके विकास की पहल करूंगा। उक्त उदगार मध्यप्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर ने व्यक्त किये। तोमर ने आज कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय सेवा के डायरेक्टर डॉ. बीएल बंगेरिया के साथ बीमा चिकित्सालय का अवलोकन कर अपनी विधायक निधि से एक एम्बूलेंस भी देने की घोषणा की। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर आज कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय के उन्नयनीकरण का जायजा लेने पहुंचे थे। उन्होने दो वाटर कूलर भी आने वाले मरीजों व उनके परिजनों की सुविधा के लिये लोकार्पित किये। श्री तोमर ने कहा कि उनके क्षेत्र में आने वाले इस चिकित्सालय को मॉडल हॉस्पीटल के रूप में विकसित करने का उनका संकल्प है, ताकि यहां आने वाला प्रत्येक श्रमिक व उनके परिजन इसका लाभ उठा सकें। तोमर ने कहा कि बीमा चिकित्सालय के आधुनिकीकरण से यहां के पचास हजार से अधिक श्रमिकों को इसका लाभ मिलेगा। श्री तोमर ने कहा कि बीमा चिकित्सालय अब राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद लगातार विकसित हो रहा है। यहां उपचार के लिये आधुनिक मशीनें व अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रहीं हैं। चिकित्सकों व अन्य पैरामेडीकल स्टॉफ की कमी को भी पूरा किया जायेगा। वह स्वयं मुख्यमंत्री कमलनाथ व श्रम मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया से बात करके यहां की हर कमी को दूर करेंगे। ूर्व में कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. सीएस जायसवाल ने बताया कि पूरे चिकित्सालय को आधुनिक स्वरूप प्रदान कर साफ-सफाई की व्यवस्था की गई है। यह प्रदेश के कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालयों में सर्वश्रेष्ठ हॉस्पीटल की गिनती में हैं। डॉ. जायसवाल ने बताया कि डायरेक्टर साहब के निर्देशों के अनुरूप अब यहां आकस्मिक चिकित्सा कक्ष भी विकसित किया जायेगा। इससे पूर्व कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सा सेवाएं के डायरेक्टर डॉ. बीएल बंगेरिया ने बताया कि इस चिकित्सालय को मॉडल और सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल की तर्ज पर ही अब विकसित किया जा रहा है। यहां दोनों वार्डों को वातानुकूलित कर गायनिक, हडडी रोग विभाग व दंत चिकित्सा विभाग भी बनाया जा रहा है। दो माह में प्रसूति गृह फिर से सुसज्जित कर चालू किया जायेगा। डॉ. बंगेरिया ने कहा कि यहां आने वाले मरीजों को हर संभव सहायता व उपचार देने का प्रयास करना हमारा ध्येय है। इस मौके पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर ने चिकित्सालय का भ्रमण किया। उन्होंने वहां आवश्यक व्यवस्था हेतु सुझाव भी दिये। इस अवसर पर रेडक्रास सोसायटी के सदस्य श्री विनय कुमार अग्रवाल, नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष श्री कृष्णराव दीक्षित कल्लू एवं सर्वश्री अशोक शर्मा, अशोक प्रेमी, इंटक नेता रतीराम, इन्द्रपाल सिंह, सुरेन्द्र सिंह चौहान, जेके पंडित, पूर्व पार्षद लक्ष्मीनारायण कुशवाह सहित विभिन्न चिकित्सक आदि भी उपस्थित थे।
बीमा चिकित्सालय में पौधरोपण किया
कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय में प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर ने चिकित्सालय के डायरेक्टर डॉ. बीएल बंगेरिया सहित चिकित्सालय परिसर में पौधरोपण भी किया। इस अवसर पर नीम, पीपल, जामुन, के पौधे रोपे गये। चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. सी एस जायसवाल ने बताया कि जल्दी ही पूरे परिसर में पौधरोपण अभियान चलाया जायेगा।
स्वयं स्वागत न करा मंत्री ने डॉ. बंगेरिया व डॉ. जायसवाल का स्वागत किया
म.प्र. के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय में चिकित्सा सेवाओं में सुधार व चिकित्सालय की कायापलट से इतने अभिभूत दिखे कि उन्होंने स्वयं के स्वागत के लिये डॉ. बीएल बंगेरिया व चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. सीएस जायसवाल द्वारा लाई गई मालाओं को स्वयं न पहनकर डॉ. बंगेरिया व डॉ. जायसवाल को ही पहनाकर अभिनंदन किया। मंत्री श्री तोमर ने कहा कि वास्तव में आप दोनों ने बीमा चिकित्सालय सुधार के लिये जो अनूठी पहल की थी, अब वह साकार हो गई है। यह हॉस्पीटल इस क्षेत्र की लाइफ लाइन बनेगा।
मंत्री ने स्वयं जांच कराई
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर ने आज कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सालय में स्वयं अपनी रक्त व ब्लड प्रेशर की जांच कराई। निरीक्षण के दौरान डायरेक्टर डॉ. बीएल बंगेरिया, डॉ. सीएस जायसवाल व डॉ. नागौरी ने जब मंत्री को बताया कि यहां सबसे आधुनिक रक्त नमूने की जांच मशीन है, जो एक सैंपल से 100 प्रकार की जांच मिनटों में कर देती है, तो उन्होंने भी अपने ब्लड सैंपल देकर जांच कराई।











