विद्यादान योजना में अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं भागीदार बनें
एमिटी विश्वविद्यालय में कलेक्टर ने छात्र-छात्राओं से किया संवाद
ग्वालियर/ शासकीय विद्यालयों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए ग्वालियर जिले में विद्यादान योजना प्रारंभ की गई है। योजना में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कलेक्टर अनुराग चौधरी ने एमिटी विश्वविद्यालय में जाकर वहाँ के छात्र-छात्राओं के साथ संवाद किया। इस मौके पर अपर कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, एमिटी यूनिवर्सिटी के कुलपति लेफ्टीनेंट जनरल व्ही के शर्मा, वॉइस चांसलर प्रो. एम पी कौशिक, रजिस्ट्रार राजेश जैन, डीन एकेडमिक डॉ. राजेश सिंह तोमर, डीन रिसर्च प्रो. एस पी वाजपेयी, निदेशक मेजर जनरल एस सी जैन, डॉ. अनिल वरिष्ठ, विश्वविद्यालय के पीआरओ श्री सुनील गोयल सहित विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने छात्र-छात्राओं से कहा कि शासकीय स्कूलों में शिक्षा के गुणात्मक सुधार हेतु ग्वालियर जिले में विद्यादान योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना के तहत जिले के चयनित 107 विद्यालयों में समाज के विभिन्न वर्गों के बुद्धिजीवी स्कूल में जाकर बच्चों को पढ़ाऐंगे। इस कार्यक्रम के तहत विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं भी शासकीय स्कूनों में जाकर बच्चों को पढ़ाएं, यह मंशा है। उन्होंने कहा कि यह कार्य सामाजिक सरोकार का कार्य है। इस कार्य में समाज के सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी नितांत आवश्यक है। कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने छात्र-छात्राओं से कहा कि अपने अध्ययन के समय में से कुछ समय निकालकर सामाजिक सरोकार के कार्य में भी समय दें। यह आवश्यक नहीं है कि प्रतिदिन या प्रति सप्ताह शासकीय विद्यालयों में जाकर अध्ययन कराने का कार्य करना है। छात्र-छात्राओं को जब भी समय मिले, वे अपने द्वारा चयनित स्कूल और कक्षा में जाकर अध्ययन कराने का कार्य कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें पहले से ही विद्यालय एवं कक्षा का चयन करना होगा। उन्होंने बताया कि विद्यादान योजना के तहत जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, प्रशासनिक अधिकारियों, सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों पुलिस अधिकारियों ने शाला में जाकर पढ़ाने की जिम्मेदारी ली है। कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी ने छात्र-छात्राओं से कहा कि विद्यादान योजना के तहत प्राथमिक, माध्यमिक एवं हाईस्कूल के विद्यार्थियों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु विषय विशेषज्ञ शिक्षक अतिरिक्त समय में स्कूल जाकर पढ़ायेंगे। इससे बच्चों के शैक्षणिक स्तर में सुधार होगा और उन्हें प्रोत्साहन भी मिलेगा। जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए एनआईसी के माध्यम से स्कूलों की सूची एवं पंजीयन का कार्य किया जा रहा है। एमिटी विश्वविद्यालय के लिए भी 10 स्कूलों का एक ग्रुप तैयार किया गया है। इस ग्रुप से किसी भी स्कूल में जाकर कोई भी छात्र-छात्राएं बच्चों को अध्यापन का कार्य करा सकते हैं। कार्यक्रम के प्रारंभ में एमिटी विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टीनेंट जनरल व्ही के शर्मा ने कहा कि ग्वालियर जिले में कलेक्टर द्वारा विद्यादान योजना का जो कार्य शुरू किया गया है, उसकी जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है। इस योजना के माध्यम से शासकीय स्कूलों की शिक्षा में गुणात्मक सुधार होगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि हमारे विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं भी शासकीय स्कूलों में जाकर अध्यापन का कार्य करायेंगे। कुलपति श्री व्ही के शर्मा ने कलेक्टर की इस सराहनीय पहल के लिए उन्हें धन्यवाद भी दिया।
शुरूआत में छात्र-छात्राओं को प्रजेण्टेशन के माध्यम से विद्यादान योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। विद्यादान योजना के प्रोत्साहन हेतु तैयार की गई फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।











