पर्यावरण संरक्षण के लिये आमजनों की भागीदारी आवश्यक - कलेक्टर
प्रदूषण नियंत्रण पर कार्यशाला आयोजित
ग्वालियर / पर्यावरण संरक्षण के लिए जन जागरूकता जरूरी है। प्रदूषण नियंत्रण का कार्य केवल शासकीय प्रयासों से ही नहीं बल्कि आमजनों की भागीदारी से संभव होगा। यह बात कलेक्टर अशोक कुमार वर्मा ने शुक्रवार को होटल लैण्डमार्क में जिला प्रशासन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम एवं वरिष्ठ नागरिक सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में प्रदूषण नियंत्रण के लिए आयोजित कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कही। प्रदूषण नियंत्रण के लिए आयोजित इस कार्यशाला में नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यपालन अधिकारी एम पी सिंह, जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. हरीश शर्मा, प्रदूषण नियंत्रण के विशेषज्ञ डॉ. ए के सक्सेना, वरिष्ठ नागरिक सेवा संस्थान के भूपेन्द्र जैन सहित ग्वालियर-चंबल संभाग के नगरीय निकायों के अधिकारी, विभागीय अधिकारी, विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित थे।कलेक्टर अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण का कार्य आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। ग्वालियर को प्रदूषण मुक्त शहर बनाने में सरकारी प्रयासों के साथ ही सामाजिक संस्थाओं और गणमान्य नागरिकों का सहयोग नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिक सेवा संस्थान द्वारा प्रति वर्ष भगवान श्री गणेश विसर्जन के अवसर पर चलित जलाशयों का जो कार्य किया जाता है, उसकी जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है। इस वर्ष भी संस्था द्वारा चलित जलाशयों का प्रबंध किया जा रहा है। इस कार्य में जिला प्रशासन और नगर निगम का पूरा सहयोग संस्था को रहेगा। कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि प्रदूषण के बारे में ग्वालियर की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। हम सबको अपने शहर को स्वच्छ, सुंदर और प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में निरंतर कार्य करने की आवश्यकता है। इस कार्य में सामाजिक संस्थाओं की अग्रणी भूमिका महत्वपूर्ण है। नगर निगम आयुक्त श्री विनोद शर्मा ने कार्यशाला में प्रदूषण नियंत्रण के लिये सभी के सहयोग की आवश्यकता बताते हुए कहा कि प्रदूषण खराब करने का कार्य मनुष्य ने ही किया है। इसे ठीक करने का कार्य भी हमको ही करना होगा। निगम आयुक्त श्री विनोद शर्मा ने कहा कि हम सब अपने धार्मिक एवं सामाजिक आयोजन करने के पश्चात अपने शहर के पर्यावरण को खराब करते हैं। हमने ही अपने तालाबों और नदियों को प्रदूषित किया है। निगम आयुक्त विनोद शर्मा ने कहा कि प्रकृति ने हमें भरपूर संसाधन उपलब्ध कराए हैं। इन संसाधनों का दुरूपयोग कर हमने पर्यावरण को खराब किया है। आज सम्पूर्ण विश्व चार - P के कारण परेशान है। इनमें पॉल्यूशन, पॉपूलेशन, पीस और प्लांट शामिल हैं। इन सबके नियंत्रण के लिये पूरा विश्व प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हम सबको गंभीरता से सोचने की आवश्यकता है। अपने प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुन उपयोग कर हमने अपने लिये समस्या खड़ी कर ली है। निगम आयुक्त श्री शर्मा ने कहा कि ग्वालियर में विगत कुछ दो-तीन सालों से प्रशासन एवं वरिष्ठ नागरिक सेवा संस्थान के माध्यम से श्री गणेश की प्रतिमा विसर्जन हेतु चलित जलाशय चलाने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में सभी का सहयोग आवश्यक है। ग्वालियर शहर के साथ-साथ ग्वालियर-चंबल संभाग के अन्य नगरीय निकाय भी इस सराहनीय पहल को अपनाएं और अपने यहां चलित जलाशय संचालित कर श्री गणेश की प्रतिमा विसर्जन हेतु जन जागृति लाने का कार्य करें। इसके साथ ही नदियों, तालाबों में शहर के लोग प्रतिमा विसर्जन न करें, इसके लिये भी जन जागृति लाने का कार्य करें।कार्यक्रम के प्रारंभ में वरिष्ठ नागरिक सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र जैन ने नागरिक सेवा संस्थान एवं अन्य सामाजिक संस्थानों के माध्यम और प्रशासन के सहयोग से प्रतिवर्ष संचालित किए जा रहे चलित जलाशयों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में प्रदूषण नियंत्रण के कार्यपालन अधिकारी एम के सिंह, जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. हरीश शर्मा ने भी कार्यशाला में प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही प्रदूषण नियंत्रण के संबंध में प्रजेण्टेशन के माध्यम से भी उपस्थित लोगों को विस्तार से जानकारी दी गई।
पीओपी की प्रतिमा रहेगी प्रतिबंधित
कलेक्टर अशोक कुमार वर्मा ने कहा है कि ग्वालियर जिले में गणेश प्रतिमा का निर्माण पीओपी से करने पर रोक रहेगी। मिट्टी की प्रतिमाएं ही निर्मित की जाएं। पीओपी की प्रतिमा निर्माण करने के प्रतिबंध के साथ-साथ इनके विक्रय पर भी रोक रहेगी। जिला प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा दल बनाकर जाँच की जायेगी। कहीं पर भी पीओपी की प्रतिमा पाए जाने पर उसे जब्त करने की कार्रवाई भी की जायेगी।
कटोराताल एवं सागरताल में हो सकेगा विसर्जन
कलेक्टर अशोक कुमार वर्मा ने कहा है कि ग्वालियर में श्री गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिये कटोराताल एवं सागरताल में विसर्जन की व्यवस्था की जायेगी। शहर के नागरिक इन दोनों स्थानों पर प्रतिमाएं विसर्जित कर सकेंगे। इसके साथ ही चलित जलाशयों के माध्यम से भी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा सकेगा। कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया है कि तिघरा के साथ ही अन्य जलाशयों में प्रतिमाओं का विसर्जन पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने आमजनों से भी अपील की है कि निर्धारित स्थल पर ही प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाए। प्रतिबंधित स्थानों पर प्रतिमायें विसर्जित न करें। नागरिकगण चलित जलाशयों के माध्यम से भी श्री गणेश की प्रतिमा विसर्जन कर सकते हैं।











