भितरघातियों की खैर नहीं

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भितरघातियों की खैर नहीं
हारने वाले प्रत्याशियों ने हाईकमान को बताए नाम

ग्वालियर। विधानसभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ भितरघात करने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं की खैर नहीं है। इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने कार्रवाई का मन बना लिया है। यह कार्रवाई उम्मीदवारों की शिकायत के आधार पर की जाएगी।
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में टिकट को लेकर घमासान हुआ था। इसके चलते जिन लोगों के टिकट कट गए उनमें से कुछ को तो पार्टी के बरिष्ठों ने मना लिया। कुछ ऐसे थे जो बागी होकर अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतर गए। लेकिन इनसे अलग ऐसे लोग भी थे जो कि पार्टी में ही रहकर चुनाव के दौरान पूरे समय अपने ही दल के प्रत्याशी के खिलाफ काम करते रहे जिसका खामियाजा कई सीटों पर सम्बन्धित पार्टी को हार के रूप में उठाना पड़ा।
प्रत्याशियों ने बताए नाम
सूत्र बताते हैं कि भाजपा और कांग्रेस दोनों के ही ऐसे प्रत्याशियों ने अपनी हार के बाद उन लोगों के नाम उजागर करना शुरू कर दिए हैं जो जिन्होंने कि उनके खिलाफ काम कर नुकसान पहुंचाया। जिले की छह सीटों की ही बात करें तो ग्वालियर सीट से भाजपा प्रत्याशी जयभान सिंह पवैया ने कई बड़े नेताओं के साथ ही एक केन्द्रीय मंत्री का नाम भी हाईकमान को बताया है। वहीं पूर्व से उम्मीदवार सतीश सिकरवार ने भी उक्त केन्दीय मंत्री द्वारा उन्हें हराने के लिए किए गए काम की शिकायत की है तो इसके साथ ही प्रदेश सरकार की एक मंत्री और अन्य नेताओं को भी उनकी हार के लिए जिम्मेदार बताया है। उधर भले ही कांग्रेस के पांच  प्रत्याशियों ने जीत हासिल की हो लेकिन इन्होंने भी भितरघात करने वालों के नाम उजागर किए हैं। इनमें दक्षिण से कड़ी टक्कर में जीत हासिल करने वाले प्रवीण पाठक ने भी इस क्षेत्र के कई नेताओं की शिकायत की है तो पूर्व से मुन्नालाल गोयल ने भी पार्टी के कुछ नेताओं को चुनाव के दौरान उनके खिलाफ काम करने के लिए जिम्मेदार बताया है।
शपथ के बाद लिया जा सकता है एक्शन
मप्र में कांग्रेस की नई सरकार 17 दिसम्बर को शपथ लेगी। फिलहाल हाईकमान सहित अन्य सभी वरिष्ठ नेता व्यस्त हैं। इसके बाद जिन नेताओं के खिलाफ प्रत्याशियों ने शिकायत की हीै उनके खिलाफ एक्शन लिया जा सकता है। वहीं भाजपा भी अपनी हार पर मंथन कर रही है। इसमें चुनाव के दौरान आई ऐसी शिकायतों को भी शामिल किया जा रहा है। और शीघ्र ही इस पर कोई निर्णय लेकर कार्रवाई की जा सकती है।



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