गलत निर्णय और बयानबाजी से गंवाई भाजपा ने सत्ता : जयसिंह
पराजित हुए प्रत्याशी आरोप लगाने की वजाय लोकसभा की तैयारी में जुटें*
ग्वालियर । 15 साल से प्रदेश में राज करने वाली भाजपा को उसके कर्ताधर्ताओं के गलत निर्णय, मनमर्जी और आहत करने वाली बयानबाजी से सत्ता गंवानी पड़ी है। भाजपा की हार के सबसे बड़े जिम्मेदार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हैं। इसके लिए उनकी नीति और निर्णय प्रमुख हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं साडा के पूर्व अध्यक्ष जयसिंह कुशवाह ने यह बात कही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता होकर समय-समय पर आर्थिक आधार पर आरक्षण मांग कर स्वर्ण हितों की बात करने वाले जय सिंह कुशवाह इस बार भी पार्टी के नेताओं की नीतियों के खिलाफ मुखर हुए हैं।
प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में श्री कुशवाह ने कहा है कि दो साल पहले रीवा में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने सामाजिक समरसता की बात उठाई थी। क्योंकि उस दौरान सपाक्स राजनीतिक तौर पर सक्रिय हो रही थी। पार्टी ने इसकी अनदेखी की। उसके बाद एस्ट्रोसिटी एक्ट लागू करने से स्वर्ण समाज पार्टी से नाराज हो गया। रही कसर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माई के लाल बाले बयान ने पूरी कर दी।
उन्होंने कहा कि अब चुनाव में जो प्रत्याशी पराजित हो गए हैं वे अन्य वरिष्ठ नेताओं पर अपनी हार का ठीकरा न फोडें। जब जीतते हैं तो अपना वर्चस्व कायम कर अपने को हीरो साबित करते हैं और हारने पर दूसरों को दोषी ठहराते हैं यह न्याय संगत नहीं । हार को भूल कर अब सभी को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए समर्पण भाव से जुट जाना चाहिए। भाजपा 2 से 282 सीटों तक पहुंचने वाली राष्ट्रीय पार्टी है,जिससे लाखों लोगों की उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। ऐसे में सभी की भावनाओं का सम्मान करते हुए हैं पार्टी हित में कार्य करें।











