घने कोहरे और कड़ाके की सर्दी से जनजीवन अस्तव्यस्त
ग्वालियर। पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होते ही सर्दी के तेवर फिर से तीखे हो गए हैं। पिछले दो दिन से सुबह घने कोहरे के साथ चल रही शीतलहर के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। शहरवासी कड़ाके की सर्दी से ठिठुर रहे हैं और उनकी सुबह देर से तथा रात जल्दी हो रही है।
पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के साथ ही पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त हो गया। दो दिन पहले सर्दी की विदाई को लेकर लगाए जा रहे सभी अनुमान गड़बड़ा गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल दो दिन तक यही स्थिति बनी रहेगी। वहीं 10 फरवरी बसंत पंचमी तक सर्दी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
घना कोहरा सुबह-सुबह जलीं वाहनों की लाइट
शनिवार के बाद आज रविवार को सुबह भी शहर पर कोहरे की चादर थी। स्थिति जिससे दृश्यता काफी कम होने के कारण सड़कों पर निकले वाहन चालकों को अपने वाहनों की हेडलाइट जलाना पड़ीं। सुबह 9 बजे तक घना कोहरा था लेकिन अगले एक घंटे में स्थिति कुछ सुधरी और 10 बजे सूरज बादलों की ओट से बाहर निकल आया। लेकिन इसके साथ तेज गति से चलने वाली ठंडी हवाओं के कारण लोगों को कोई राहत नहीं मिली।
देर से हुई सुबह
घने कोहरे और कड़ाके की सर्दी के कारण आज लोगों की सुबह देर से हुई। आज रविवार को अवकाश का दिन होने के कारण लोग बिस्तरों में दुबके रहे। और तभी रजाई से बाहर निकले जब आसमान पर सूरज की चमक दिखाई देने लगी। इस दौरान सड़कें पूरी तरह सुनसान पड़ी रहीं।
सुबह से जले अलाव
सर्दी और शीतलहर के कारण रविवार को सुबह से ही लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ा। उधर सर्दी का असर बाजारों में भी दिखा और दोपहर 12 बजे तक काफी कम लोग दिखाई दिए। वहीं दुकानें भी अन्य दिनों की अपेक्षा कुछ देर से खुलीं।
रेलगाडिय़ों की बिगड़ी चाल
सुबह के समय पडऩे वाले घने कोहरे के कारण रेलगाडिय़ों की चाल भी बिगड़ गई है। लगभग सभी गाडिय़ां रेंग-रेंग कर चल रही हैं। इसके चलते ग्वालियर से भोपाल और दिल्ली की ओर जाने वाली अधिकतर गाडिय़ां अपने निर्धारित समय पर न चलते हुए काफी देरी से चल रही हैं। इस कारण लोगों को गाडिय़ों के इंतजार में घंटों प्लेटफार्म पर समय गुजारना पड़ रहा है जिससे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ हो गई है।











